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शकुन्तला शर्मा '
जिन्दगी तेरी यादों से बसर कर लूंगी । गमों का जहर भी अमृत समझकर पी लूंगी फ़िर मिले जिन्दगी के मोड़ पर अजनबी बनकर । तुम अनदेखा करना और में किनारा खुद कर लूंगी। ॥
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December 15, 2021
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